12th Hindi एक लेख और एक पत्र One Liner Question
‘एक लेख और एक पत्र’ के लेखक कौन हैं ➜ भगत सिंह।
भगत सिंह का जन्म कब और कहाँ हुआ था ➜ 28 सितंबर 1907 को बंगा, चक नंबर 105, गुगेरा जिला ( पाकिस्तान में)।
भगत सिंह का पिता क्या नाम था ➜ सरदार किशन सिंह (संधू)
माता का पिता क्या नाम था ➜ विद्यावती कौर इन्हें ‘पंजाब माता’ के नाम से भी जाना जाता है।
भगत सिंह का चाचा का क्या नाम था ➜ सरदार अजीत सिंह
भगत सिंह का भाई का क्या नाम था ➜ जगत सिंह (भगत सिंह से बड़े),कुलबीर सिंह , कुलतार सिंह ,रणबीर सिंह ,राजेंद्र सिंह
भगत सिंह को फाँसी कब दी गई थी ➜ 23 मार्च 1931 को।
भगत सिंह किस क्रांतिकारी संगठन से जुड़े थे ➜ हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन (HSRA)।
भगत सिंह को किस केस में फाँसी दी गई थी ➜ लाहौर षड्यंत्र केस।
भगत सिंह ने किस प्रसिद्ध नारे का प्रयोग किया था ➜ इंकलाब जिंदाबाद।
भगत सिंह के पिता का क्या नाम था ➜ सरदार किशन सिंह।
भगत सिंह ने किसके लिए यह पत्र लिखा था ➜ सुखदेव।
भगत सिंह ने कौन-सा लेख लिखा था ➜ ‘विद्यार्थी और राजनीति’।
भगत सिंह की जीवनी पर आधारित फिल्म का नाम क्या है ➜ ‘शहीद’, ‘द लीजेंड ऑफ भगत सिंह’।
भगत सिंह ने ‘विद्यार्थी और राजनीति’ लेख कब लिखा था ➜ 1929 में।
भगत सिंह के अनुसार, राजनीति में भाग लेने का अधिकार किसे है ➜ विद्यार्थियों को।
‘विद्यार्थी और राजनीति’ लेख में भगत सिंह ने किसका विरोध किया है ➜ अंग्रेजों का।
भगत सिंह के अनुसार, विद्यार्थी का कर्तव्य क्या है ➜ देश की सेवा करना।
भगत सिंह ने विद्यार्थियों को क्या करने की प्रेरणा दी ➜ राजनीति में भाग लेने की।
भगत सिंह ने विद्यार्थी जीवन को किसका आधार बताया है ➜ देश के भविष्य का।
भगत सिंह ने ‘युवा’ शक्ति को क्या कहा है ➜ देश का भविष्य।
भगत सिंह के अनुसार, ‘विद्यार्थी’ को ‘राजनीति’ से क्यों नहीं दूर रहना चाहिए ➜ क्योंकि राजनीति ही देश का भविष्य तय करती है।भगत सिंह ने ‘राजनीति’ को किस रूप में देखा है ➜ देश के विकास और उन्नति के रूप में।
‘विद्यार्थी और राजनीति’ में भगत सिंह ने ‘विद्यार्थियों’ को क्या कहा है ➜ ‘देश के सिपाही’।
भगत सिंह ने ‘विद्यार्थी’ को ‘राजनीति’ में क्यों शामिल होने को कहा ➜ ताकि वे देश के लिए बलिदान दे सकें।
‘विद्यार्थी और राजनीति’ में भगत सिंह ने किस पर व्यंग्य किया है ➜ उन लोगों पर जो विद्यार्थियों को राजनीति से दूर रखते हैं।
भगत सिंह के अनुसार, ‘राजनीति’ में भाग लेना किस बात का प्रतीक है ➜ जागरूकता और जिम्मेदारी का।
भगत सिंह ने ‘पत्र’ में सुखदेव को क्या संदेश दिया था ➜ कि वे फाँसी से नहीं डरते।
भगत सिंह ने ‘पत्र’ में अपनी मृत्यु को किस रूप में देखा है ➜ ‘वीरतापूर्ण मृत्यु’ के रूप में।
भगत सिंह ने सुखदेव को ‘पत्र’ में क्या समझाया ➜ कि वे अपनी मृत्यु से दुखी न हों।
भगत सिंह ने ‘पत्र’ में अपने बलिदान को क्या कहा है ➜ ‘देश के लिए एक छोटा-सा योगदान’।
भगत सिंह ने ‘पत्र’ में ‘सुखदेव’ को क्या करने को कहा ➜ धैर्य रखने को।
‘पत्र’ में भगत सिंह ने किस बात पर जोर दिया है ➜ देश की सेवा पर।
‘पत्र’ में भगत सिंह ने अपनी मृत्यु को ‘खुशी-खुशी’ स्वीकार करने का कारण क्या बताया ➜ देश के लिए बलिदान देने की खुशी।
भगत सिंह ने ‘पत्र’ में ‘सुखदेव’ को क्या सलाह दी ➜ कि वे अपने आदर्शों को न छोड़ें।
भगत सिंह ने ‘पत्र’ में ‘मृत्यु’ को किस रूप में देखा है ➜ ‘अमरता’ के रूप में।
‘पत्र’ में भगत सिंह ने किस बात पर अफसोस जताया ➜ कि वे देश के लिए और कुछ नहीं कर पाए।
भगत सिंह ने ‘पत्र’ में ‘सुखदेव’ को किस बात की उम्मीद दी ➜ कि उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
‘पत्र’ में भगत सिंह ने ‘क्रांति’ को किस रूप में परिभाषित किया है ➜ बदलाव और सुधार के रूप में।
भगत सिंह ने ‘पत्र’ में ‘देशभक्ति’ को किस रूप में देखा है ➜ कर्तव्य और जिम्मेदारी के रूप में।
‘पत्र’ में भगत सिंह ने ‘सुखदेव’ को क्या संदेश दिया ➜ इंकलाब जिंदाबाद’।
भगत सिंह ने ‘पत्र’ में ‘क्रांति’ को क्या कहा है ➜ ‘क्रांति की आवश्यकता’।
‘पत्र’ में भगत सिंह ने किस बात पर अफसोस जताया ➜ कि वे देश के लिए और कुछ नहीं कर पाए।
भगत सिंह ने ‘पत्र’ में ‘सुखदेव’ को किस बात की उम्मीद दी ➜ कि उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
भगत सिंह ने ‘पत्र’ में ‘देशभक्ति’ को किस रूप में देखा है ➜ कर्तव्य और जिम्मेदारी के रूप में।
भगत सिंह ने ‘पत्र’ में ‘क्रांति’ को क्या कहा है ➜ ‘क्रांति की आवश्यकता’।
भगत सिंह ने ‘विद्यार्थी और राजनीति’ लेख में विद्यार्थियों को किस तरह की शिक्षा लेने को कहाव्यावहारिक और राजनीतिक।
भगत सिंह के अनुसार, देश की उन्नति के लिए क्या आवश्यक है ➜ युवा शक्ति का योगदान।
‘विद्यार्थी और राजनीति’ में भगत सिंह ने ‘विद्यार्थियों’ को क्या कहा है ➜ ‘राष्ट्र के निर्माता’।
भगत सिंह ने ‘राजनीति’ को किस रूप में देखा है ➜ देश के विकास के लिए आवश्यक।
भगत सिंह ने ‘पत्र’ में सुखदेव को क्या संदेश दिया था ➜ कि वे अपने आदर्शों पर अडिग रहें।
भगत सिंह ने ‘पत्र’ में अपने बलिदान को क्या कहा है ➜ ‘एक गौरवपूर्ण क्षण’।
‘पत्र’ में भगत सिंह ने किस बात पर जोर दिया है ➜ देश की सेवा पर।
भगत सिंह ने ‘पत्र’ में ‘सुखदेव’ को क्या सलाह दी ➜ कि वे अपने आदर्शों को न छोड़ें।
‘पत्र’ में भगत सिंह ने ‘क्रांति’ को किस रूप में परिभाषित किया है ➜ बदलाव और सुधार के रूप में।
भगत सिंह ने ‘पत्र’ में ‘क्रांति’ को क्या कहा है ➜ ‘क्रांति की आवश्यकता’।
भगत सिंह ने ‘राजनीति’ को किस रूप में देखा है ➜ देश के विकास के लिए आवश्यक।
‘पत्र’ में भगत सिंह ने किस बात पर जोर दिया है ➜ देश की सेवा पर।
भगत सिंह ने ‘पत्र’ में ‘सुखदेव’ को किस बात की उम्मीद दी ➜ कि उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
भगत सिंह ने ‘पत्र’ में ‘देशभक्ति’ को किस रूप में देखा है ➜ कर्तव्य और जिम्मेदारी के रूप में।
भगत सिंह ने ‘पत्र’ में ‘क्रांति’ को क्या कहा है ➜ ‘क्रांति की आवश्यकता’।
भगत सिंह ने ‘विद्यार्थी और राजनीति’ लेख में विद्यार्थियों को किस तरह की शिक्षा लेने को कहा ➜ व्यावहारिक और राजनीतिक।
भगत सिंह ने ‘राजनीति’ को किस रूप में देखा है ➜ देश के विकास के लिए आवश्यक।
लेख में किस प्रकार के शब्दों का प्रयोग हुआ है ➜ – सरल और प्रभावशाली।
लेख में भगत सिंह ने किस तरह की शब्दावली का प्रयोग किया है ➜ – क्रांतिकारी और देशभक्तिपूर्ण।
‘एक लेख और एक पत्र’ में भगत सिंह ने किस प्रकार के वाक्यों का प्रयोग किया है ➜ छोटे और सीधे वाक्य।
‘एक लेख और एक पत्र’ में भगत सिंह की कौन-सी शैली का प्रयोग हुआ है ➜ प्रेरक और भावनात्मक।
‘एक लेख और एक पत्र’ में भगत सिंह ने किस तरह के मुहावरों का प्रयोग किया है ➜ ‘खून का कतरा-कतरा’ जैसे।
‘एक लेख और एक पत्र’ की भाषा में कौन-सा गुण है ➜ ओज और प्रभावपूर्णता।
लेख में भगत सिंह ने ‘विद्यार्थियों’ के लिए कौन-सा उपदेश दिया है ➜ राजनीति में भाग लेने का।
‘एक लेख और एक पत्र’ का शीर्षक क्या दर्शाता है ➜ भगत सिंह के विचारों को।
लेख में भगत सिंह ने ‘विद्यार्थियों’ के लिए किस तरह का उपदेश दिया है ➜ अपनी अस्मिता को पहचानने का।
लेख में भगत सिंह ने ‘विद्यार्थियों’ के लिए कौन-सा उपदेश दिया है ➜ देश की सेवा करने का।
‘एक लेख और एक पत्र’ में भगत सिंह ने ‘सुखदेव’ के किस गुण को उजागर किया है ➜ उसका त्याग और सहनशीलता।
‘एक लेख और एक पत्र’ में भगत सिंह ने ‘सुखदेव’ के लिए ‘पत्र’ क्यों लिखा ➜ उसे सांत्वना देने के लिए।
‘एक लेख और एक पत्र’ में भगत सिंह ने ‘सुखदेव’ की किस स्थिति पर दुःख व्यक्त किया है ➜ उसकी मानसिक पीड़ा पर।
भगत सिंह के अनुसार, ‘विद्यार्थियों’ को ‘राजनीति’ में क्यों भाग लेना चाहिए ➜ क्योंकि वे देश का भविष्य हैं।
भगत सिंह के अनुसार, ‘विद्यार्थियों’ को ‘राजनीति’ में क्यों भाग लेना चाहिए ➜ पूर्णता प्राप्त करने के लिए।
‘एक लेख और एक पत्र’ में भगत सिंह ने ‘सुखदेव’ को किस प्रकार श्रेष्ठ बताया है ➜ त्याग और सहनशीलता में।
‘एक लेख और एक पत्र’ में भगत सिंह ने ‘सुखदेव’ को किस रूप में प्रस्तुत किया है ➜ ‘सखा’ के रूप में।
भगत सिंह के अनुसार, ‘सुखदेव’ को ‘भगत सिंह’ का ‘अर्द्ध’ भाग क्यों कहा गया है ➜ क्योंकि वे एक-दूसरे के पूरक हैं।
‘एक लेख और एक पत्र’ में भगत सिंह ने ‘सुखदेव’ को किस तरह से अलग बताया है ➜ उसके कोमल और दयालु स्वभाव के कारण।
भगत सिंह के अनुसार, ‘सुखदेव’ को ‘भगत सिंह’ के गुणों को अपनाना क्यों जरूरी है ➜ संपूर्ण मानव बनने के लिए।
भगत सिंह के अनुसार, ‘विद्यार्थियों’ को ‘राजनीति’ में क्यों भाग लेना चाहिए ➜ एक संपूर्ण समाज बनाने के लिए।
‘एक लेख और एक पत्र’ में भगत सिंह ने ‘सुखदेव’ को किस तरह से श्रेष्ठ बताया है ➜ साहस और बलिदान में।
भगत सिंह ने ‘एक लेख और एक पत्र’ में ‘सुखदेव’ की किस दशा का वर्णन किया है ➜ उसकी सामाजिक और आर्थिक परतंत्रता।
‘एक लेख और एक पत्र’ में भगत सिंह ने ‘सुखदेव’ और ‘भगत सिंह’ के बीच किस प्रकार के संबंधों को दर्शाया है ➜ विरोधाभास और पूरकता के।
भगत सिंह ने ‘एक लेख और एक पत्र’ में ‘सुखदेव’ को किस रूप में देखा है ➜ ‘मानवी’ के रूप में।
भगत सिंह ने ‘एक लेख और एक पत्र’ में ‘सुखदेव’ के लिए ‘पत्र’ क्यों लिखा ➜ ‘जीवन की ज्योति’।
‘एक लेख और एक पत्र’ में भगत सिंह ने ‘सुखदेव’ के किस गुण की प्रशंसा की है ➜ धैर्य और साहस।
‘एक लेख और एक पत्र’ में भगत सिंह ने ‘सुखदेव’ को ‘भगत सिंह’ से किस तरह से अलग बताया है ➜ मानसिक और भावनात्मक रूप से।
‘एक लेख और एक पत्र’ में भगत सिंह ने ‘सुखदेव’ के लिए किस तरह का उपदेश दिया है ➜ अपने आदर्शों के लिए लड़ने का।
